27-11-2018

27-11-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – तुम्हें बाप समान मुरलीधर जरूर बनना है, मुरलीधर बच्चे ही बाप के मददगार हैं, बाप उन पर ही राज़ी होता है” प्रश्नः- किन बच्चों की बुद्धि बहुत-बहुत निर्मान हो जाती है? उत्तर:- जो अविनाशी ज्ञान रत्नों का दान कर सच्चे फ्लैन्थ्रोफिस्ट बनते हैं, होशियार सेल्समैन बन … Continue reading 27-11-2018